मिनी रत्न कम्पनी आरसीएफ के एनपीके उर्वरक सुफला बिक्री में 35%बढ़त
हम गांव एक्सप्रेस आप किसानों एवम कृषि से जुड़े सभी उधोग व अनुसंधान की सभी जानकारी आप तक इस कोरोना संकट में लगातार पहुंचाते आ रहे हैं और सबसे मुख्य सरकार द्वारा सभी योजनाएं जो देश हित मे उसको प्राथमिक रूप से आप तक उपलब्ध कर रहे हैं सबसे मुख्य कोविड-19 लॉकडाउन के कारण पैदा हुई लॉजिस्टिक और अन्य गंभीर चुनौतियों के बावजूद, भारत सरकार के रसायन और उर्वरक मंत्रालय के अधीन पीएसयू, राष्ट्रीय केमिकल्स फ़र्टिलाइज़र्स लिमिटेड(आरसीएफ) ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए एनपीके उर्वरक सुफला की बिक्री में अप्रैल, 2019 के मुकाबले अप्रैल, 2020 में 35.47 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है।

आरसीएफ के सीएमडी एस सी मुदगेरिकर ने एक ट्वीट में कहा कि कोविड-19 महामारी के इस कठिन समय के दौरान, आरसीएफ ने महारष्ट्र के कृषि विभाग की मदद से किसानों को उर्वरकों की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित की है। किसानों की सुरक्षा के लिए, उर्वरकों का वितरण खेत की सीमा पर किया जा रहा है। इसके अलावा, आरसीएफ की ट्रॉम्बे इकाई ने 6.178 एमके सीएएल / एमटी के साथ ऊर्जा दक्षता में एक नया रिकॉर्ड कायम किया है।
आरसीएफ काकॉरपोरेट सामाजिक दायित्व में पूर्ण विश्वास है। इसके तहत जरूरतमंदों को लाभ पहुंचाने और समाज के सामान्य हित के लिए, आरसीएफ ने पीएम केयर फंड में83.56 लाख रुपये और महाराष्ट्र के सीएमआरएफ में 83.50 लाख रुपयेका योगदान दिया है। उपक्रम के कर्मचारियों ने भी उपरोक्त कार्य के लिए एक दिन के वेतन का योगदान दिया है। यह सीएसआर के अंतर्गत आरसीएफ द्वारा पहले योगदान किए गए 50 लाख रुपये के अतिरिक्त है।
आरसीएफ एक “मिनी रत्न” उपक्रम है, जो देश में उर्वरकों और रसायनों का एक प्रमुख उत्पादक है। कंपनी यूरिया, कॉम्प्लेक्स उर्वरक, जैविक- उर्वरक, सूक्ष्म पोषक– तत्व,पानी में घुलनशील उर्वरक, मृदा अनुकूलक (कंडीशनर) और कई तरह के औद्योगिक रसायन बनाती है। “उज्ज्वला” (यूरिया) और “सुफला” (कॉम्प्लेक्स उर्वरक) ब्रांडों के साथ कंपनी, ग्रामीण भारत में एक घरेलू नाम है। इन दोनों ब्रांडों की ब्रांड इक्विटी उच्च है। उर्वरक उत्पादों के अलावा, आरसीएफ बड़ी संख्या में औद्योगिक रसायनों का भी उत्पादन करता है जो डाई, सॉल्वैंट्स, चमड़ा, फार्मास्यूटिकल्स और अन्य औद्योगिक उत्पादों के लिए महत्वपूर्ण हैं।
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