किसान भाइयों आज हम कृषि वाणी आपके लिए आम की खेती करने वाले किसान भाइयों के लिए अभी के समय में आम के पेड़ों पर जब मंजर से फूल बनने की प्रक्रिया होती है तो कई प्रकार के कीट भी आम के पेड़ों को अपना निशाना बनाते हैं जिससे हम आपको आज सबसे मुख्य मधुआ कीट के रोकथाम के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे इंग्लिश में मैंगो हॉपर के नाम से भी जाना जाता है इस कीट के प्रकोप से पेड़ों पर लगने वाले फूलों में काफी असर करता है जिससे फलों के उत्पादन पर खासा असर पड़ता है ऐसे में किसान भाई अपने लिए इस जरूरी कीट से रोकथाम के लिए निम्न जरूरी तरीकों को अपना कर आम के पेड़ों की रक्षा कर सकते हैं
आम का मधुआ कीट (मैंगो हॉपर) छोटे स्लेटी गहरे रंग का कीट है जो बहुत ही ज्यादा फुर्तीला व् फुदकंने वाला होता है अगर किसान भाई खेत में पेड़ों के समीप जाते हैं तो उनको तेज आवाज के साथ भनभनाति वाली मक्खियां पेड़ों के आस पास उड़ती मिल जाएँगी और तो और वो इतनी तेज गति से उड़ती है की कई बार वो शरीर से भी टकराते रहते हैं जिससे किसान भाइयों को पता चल जाता है
इसके कीट के प्रकोप का लक्षण मुख्यतः इस प्रकार होता है मधुआ कीट बड़े या छोटे किसी भी अवस्था में हो वे मंजर तथा पत्तियों का रास लगातार चूसते रहते हैं जिसके कारन मंजर व् फल सुख कर गिर जाते हैं यह कीट एक प्रकार का चिप छिपा द्रव्य का श्राव करता है जिसके कारण मजरों पर फफूंद उग आते हैं और बाद में फफूंद के कारन पत्तियां काली हो जाती है और फफूंद बढ़ते बढ़ते पूरी पत्तियों को ढक लेती है जिसके कारण पत्तियां काली हो जाती है और पेड़ों को सही समय पर प्रकाश संश्लेषण से भोजन भी नहीं मिल पता है फफूंद द्वारा निर्मित आवरण को शूटिमोल्ड कहा जाता है
मधुआ कीट का प्रबंन्धन के लिए निम्न लिखित जरुरी सलाह किसान भाइयों के लिए उपलब्ध की जा रही है जो सरकार द्वारा जारी की गई है निचे दिए गए किसी एक कीटनाशी के साथ सल्फर 80 डब्लू. पी. मिला कर घोल बना कर छिड़काव करें
क्रम संख्या कीटनाशी रसायन का नाम मात्रा
1 इमिडाक्लोप्रिड 17.8 एस एल 1 मिली लीटर प्रति तीन लीटर पानी
2 एसीफेट 75 प्रतिशत एस पी 1 ग्राम प्रति लीटर पानी
3 सल्फर 80 प्रतिशत डब्लू पी 3 ग्राम प्रति लीटर के साथ
सबसे मुख्य बात है किसान भाइयो की मंजरों में जब दाने सरसो से अकार के हो जाएँ तभी इसका छिड़काव करें इमिडाक्लोप्रिड 17.8 एस एल 1 मिली लीटर प्रति तीन लीटर पानी के साथ कॉपर आक्सी क्लोराइड 50 प्रतिशत घुलनशील चूर्ण का तीन ग्राम अथवा कार्बेन्डाजिम 50 प्रतिशत घुलनशील चूर्ण का एक ग्राम प्रति लीटर पानी के साथ छिड़काव करें तथा फलों को गिरने से बचने के लिए प्लानोफिक्स का एक मिली सवा दो लीटर पानी में घोल बना कर छिड़काव करें अगर ज्यादा कोई समस्या आ रही तो अपने नजदीक के कृषि विज्ञानं केंद्र में भी संपर्क कर सकते हैं
किसान भाइयो आप इस मुख्य जानकारी को अपने अन्य किसान दोस्तों को भी जरूर शेयर करें जिसे उनको होने वाले नुकसान से बचाया जा सके आपके पास भी कृषि से जुडी कोई भी जानकरी हो जिसे आप प्रकशित करवाना कहते हैं तो हमें कमेंट बॉक्स में अपना नंबर जरूर भेजें तथा हमारी इस जानकारी पर भी अपने राय अवश्य दें जिससे हमारी कृषि वाणी की टीम अपने दुगने जोश से देश के किसान भाइयो तक जरूरी से जरूरी समाचार व् नवाचार उपलब्ध कर सकें