- Sponsored -

- Sponsored -

रबी कटाई के बाद कृषकों के लिए जरूरी सलाह

614

मेरे प्यारे किसान भाइयों जैसे की आप जानते है कि  देश में इस समय कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप चल रहा है ऐसे में निरन्तर लॉक डाउन की प्रक्रिया बढ़ रही है ऐसे में कृषि कार्य प्रभावित भी हो रहा है ऊपर से मौसम कि मार से भी कई राज्यों के किसान भाई परेशान है तो किसान भाई जो अन्नदाता है उनको विशेष ध्यान रखने की जरूरत है जिससे उनके साथ उनके परिवार की भी सुरक्षा हो सके क्योंकि सरकार भी सिर्फ कुछ समय तक ही हमारी सुरक्षा कर पायेगी बाकी हमारी जिम्मेदारी है कि हम सभी मिल कर इस महामारी से लड़ सकें इसके लिए हमें नियमित सावधानी भी बरतनी होगी किसान भाइयों को हम कुछ जरूरी सूचना उपलब्ध कर रहे हैं कृषि वैज्ञानिक के द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देश

  किसान भाइयों बहार निकलते समय मुँह से ठुड्डी एवं नाक तक मास्क या सूती रुमाल, गमछा या अन्य कपड़े की तीन परत का मास्क घर पर ही बनाएं और उसे प्रयोग करेंI कृषि कार्यों को करते समय दो मीटर की सामाजिक दूरी बनाकर रखेंI बहार से आकर मास्क को एवं हाथों को साबुन से अच्छी तरह से धुलेI इसके अतिरिक्त कृषक भाई तम्बाकू, बीड़ी, सिगरेट, आदि फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थों का सेवन न करेंI
जैसा की आप जानते है कि इस समय गेंहूं, सरसों, मसूर आदि की फसलों की कटाई हो चुकी हैI पिछले सप्ताह में थोड़ी बारिश भी हो चुकी है ऐसे में अपने खेतों की मिट्टी पलट हल से 15 सेमी. की गहराई से जुताई अवश्य कर देनी चाहिए क्योंकि गर्मी की जुताई के निम्नलिखित लाभ है:
1. सूर्य की तेज़ किरणों से भूमिगत कीड़ों के अंडे, प्यूमा, लार्वा, वयस्क, आदि नष्ट हो जाते है I
2. फसलों में लगने वाले भूमिजनित रोग जैसे उकठा जड़ गलन के रोगाणुं व् सब्जी में लगने वाले नेमाटोड्स भी नष्ट हो जाते है I
3. गहरी जुताई से वार्षिक एवं बहुवर्षीय खरपतवार जैसे दूब कांस मूंजा एवं मोथा आदि खरपतवारों से भी मुक्ति मिलती है I
4. मिट्टी पलट हल से जुताई करने से खेत में ढ़ेले बन जाते है जो वर्षा जल को अधिक मात्रा में सोखते है जिससे मृदा के जलधारण करने की क्षमता बढ़ जाती है I
5. कल्टीवेटर, रोटावेटर के द्वारा बार-बार जुताई करने से बनी हुए कड़ी परत को गहरी जुताई द्वारा तोड़ दिया जाता है जिससे पौधों की जड़ों को अधिक गहराई तक जाने में सहयोग मिलता है I
6. खेत में उपलब्ध अन्य कार्बनिक पदार्थ भूमि में भली-भांति मिलकर सड़ जाते है और अगली फसल को पोषक तत्व आसानी से उपलब्ध हो जाता है I
    #डॉ_सियाराम 
विषय वस्तु विशेषज्ञ / सह-प्राध्यापक 
     सस्य विज्ञान
कृषि विज्ञान केन्द्र, बलरामपुर
किसान भाइयों आप इस जानकारी को अपने किसान भाइयों तक जरूर शेयर करें जिससे उनको भी लाभ मिल सके कृषि एवं ग्रामीण व्यवस्था से जुड़े किसी भी जानकारी के लिए गांव एक्सप्रेस के ब्लॉग को फॉलो करें 

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

Comments are closed.